Shiva Puja Vidhi is described in detail in Shiva Purana. Puja vidhi of Shivalinga and Sagun form of Lord Shiva are described in very detail in Shiva purana.
(शिव पूजा विधि का पूरा पूरा वर्णन भगवान् शिव से सम्बंधित ग्रन्थ शिव पुराण में मिलता है. शिव पुराण में शिवलिंग और शिवजी के सगुण स्वरुप की पूजा की विधियाँ विस्तार से बताई गई हैं.)
Here, I am telling you 5 important things related to Shiva Puja vidhi which are considered essential during Shiva puja.
(यहाँ मैं आपको शिवलिंग और शिव पूजा से सम्बंधित 5 विशेष तथ्य बता रहा हूँ जो कि शिव पूजा करते समय बहुत ही आवश्यक बताये गए हैं.)
Shiva Puja Vidhi Video (शिव पूजा विधि विडियो)
Shiva Puja Vidhi – 5 Important Things According to Shiva Purana(शिव पूजा विधि से सम्बंधित 5 विशेष तथ्य शिवपुराण से)
1. Food, flower garlands etc. that offered on Shivalinga must not be taken as prasad because only “Chand”, the gana of Lord Shiva has the right to use them.
(शिवलिंग पर चढ़ी हुई भोग सामग्री प्रसाद रूप से ग्रहण नहीं करनी चाहिये क्योंकि उस पर शिवजी के गण चंड का अधिकार होता है.)
2. Food, flowers etc. offered near Shivalinga can be taken as prasad. It is known as Shiva Naivedya. It should be distributed among family and devotees.
(शिवलिंग के पास भूमि पर चढ़ाई हुई सामग्री प्रसाद रूप से लेनी चाहिये. इसमें कोई दोष नहीं होता. यही शिव नैवेद्य कहलाता है. यह शिव नैवेद्य (प्रसाद) अपने सम्पूर्ण परिवार में बाँटना चाहिये.)
3. Mantra for Shivalinga puja is “OM” and it should be recited on Agya chakra between eyebrows. Whereas mantra for worship of sagun form of Lord Shiva is “Om Namah Shivaya” and it should be recited on Anahat chakra in heart.
(शिवलिंग की पूजा के लिये मंत्र “ॐ” होता है और इसका जप भौंहों के बीच आज्ञा चक्र में किया जाता है. जबकि शिवजी के सगुण रूप की पूजा के लिये मंत्र “ॐ नमः शिवाय” होता है और इसका जप ह्रदय में अनाहत चक्र पर करना चाहिये.)
4. Shivalinga is the symbol of formless aspect of Lord Shiva. Once upon a time Lord Shiva is manifested as a pillar of light that has infinite height. Shivalinga is worshipped as the symbol of that pillar.
(शिवलिंग शिवजी के निराकार रूप का प्रतीक है. अनंत ऊँचाई के प्रकाश स्तम्भ के रूप में भगवान् शिव प्रकट हुए थे. उसी के प्रतीक के रूप में शिवलिंग की पूजा की जाती है.)
5. According to Shiva purana 5 things are most important in Shivaling/Shiva puja :
(शिवलिंग/शिव पूजा में इन 5 वस्तुओं का सबसे अधिक महत्त्व है)
- Bilva Patra :- A devotee must offer Bilva patra to Shiva Linga/Lord Shiva. (बिल्व पत्र :- शिवलिंग पर या शिवजी को बिल्व पत्र अवश्य चढ़ाना चाहिये.)
- Rudraksha :- A devotee must offer Rudraksha on Shiva Linga/Lord Shiva. (रुद्राक्ष :- शिवलिंग पर या शिवजी को रुद्राक्ष अवश्य चढ़ाना चाहिये.)
- Bhasma :- A devotee must offer Rudraksha on Shiva Linga/Lord Shiva. (भस्म :- शिवलिंग पर या शिवजी को भस्म अवश्य अर्पित करनी चाहिये.)
- Tripundra :- A devotee must offer Rudraksha on Shiva Linga/Lord Shiva. (त्रिपुण्ड्र :- शिवलिंग पर भस्म या अष्टगंध से त्रिपुण्ड्र अवश्य लगाना चाहिये.)
- Recitation of Name :- A devotee must do recitation of OM or Om Namah Shivaya. (नाम जप :- ॐ या ॐ नमः शिवाय का जप अवश्य करना चाहिये.)
शिव पुराण के अनुसार इन विशेष बातों का ध्यान रखते हुए की गई शिव पूजा महान फल प्रदान
करती है.